युगांडा को हराकर भारत पहुंचा क्वार्टर फाइनल में


झांसी,
 23 जनवरी : शनिवार को मिली यह जीत टूर्नामेंट के इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत है।
अंगकृष रघुवंशी और राज बावा के शतक से चार बार के चैंपियन भारत ने यहां अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप मैच में युगांडा की कमजोर टीम को 326 रन से रौंदकर ग्रुप बी में शीर्ष स्थान हासिल किया।

ऋषिकेश कानिटकर के मार्गदर्शन में खेल रही टीम ने लीग चरण का अंत तीन मैच में तीन जीत के साथ किया। 
भारत ने टूर्नामेंट के अपने पहले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका अंडर-19 टीम को 45 रन से हराने के बाद आयरलैंड की अंडर-19 टीम को 174 रन के बड़े अंतर से हराया था।

ब्रायन लारा स्टेडियम में टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे भारत ने बावा (108 गेंद में नाबाद 162) और सलामी बल्लेबाज रघुवंशी (120 गेंद में 144 रन) के शतक से पांच विकेट पर 405 रन बनाए जो मौजूदा टूर्नामेंट का सर्वोच्च स्कोर है।

भारत ने इसके बाद युगांडा को 19.4 ओवर में सिर्फ 79 रन पर ढेर करके एकतरफा जीत दर्ज की।

भारत अब क्वार्टर फाइनल में 29 जनवरी को बांग्लादेश से भिड़ेगा जिससे कप्तान यश धुल सहित कोविड-19 से संक्रमित टीम के खिलाड़ियों को उबरने का पर्याप्त समय मिलेगा।

रघुवंशी और बावा ने तीसरे विकेट के लिए 206 रन की साझेदारी करके मैच को युगांडा की जद से दूर कर दिया।

दोनों ने युगांडा के गेंदबाजों के खिलाफ बाउंड्री की बरसात की। रघुवंशी ने 22 चौके और चार छक्के जड़े जबकि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे बावा ने अपनी पारी में 14 चौके और आठ छक्के मारे।

रघुवंशी 38वें ओवर में पवेलियन लौटे जिसके बाद बावा ने आक्रामक रवैया बरकरार रखते हुए मैदान के चारों ओर रन बटोरे।

युगांडा के गेंदबाजों के पास भारतीय बल्लेबाजों का कोई जवाब नहीं था।

युगांडा की ओर से कप्तान पास्कल मुरुंगी सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 72 रन देकर तीन विकेट चटकाए। अन्य सभी गेंदबाज हालांकि काफी महंगे साबित हुए।

अंडर-19 विश्व कप के इतिहास में यह भारत का दूसरा सर्वाच्च स्कोर है। टूर्नामेंट में भारत का सर्वाच्च स्कोर तीन विकेट पर 425 रन है जो उसने 2004 में स्कॉटलैंड के खिलाफ बनाया था। विश्व रिकॉर्ड आस्ट्रेलिया के नाम दर्ज है जिसने 2002 में कीनिया के खिलाफ छह विकेट पर 480 रन बनाए थे।

बावा की नाबाद 162 रन की पारी अंडर-19 विश्व कप में भारत की ओर से सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। बावा ने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2004 में स्कॉटलैंड के खिलाफ नाबाद 155 रन बनाए थे।

भारत के 406 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए युगांडा की शुरुआत बेहद खराब रही और टीम ने चार ओवर के भीतर 17 रन तक ही तीन विकेट गंवा दिए थे। सलामी बल्लेबाज इसाक एटेगेका (00) के रिटायर्ड हर्ट होने के बाद युगांडा ने विकेटकीपर बल्लेबाज साइरस काकुरू (00), ब्रायन असाबा (05) और रोनाल्ड लुटाया (05) के विकेट जल्दी गंवाए।

फॉर्म में चल रहे तेज गेंदबाज राजवर्धन हांगरगेकर (आठ रन पर दो विकेट) ने काकुरू और असाबा को आउट किया जबकि तेज गेंदबाज वासु वत्स (18 रन पर एक विकेट) ने लुटाया को निशांत सिंधू के हाथों कैच कराया।

बायें हाथ के स्पिनर और कार्यवाहक कप्तान सिंधू (19 रन पर चार विकेट) ने इसके बाद रोनाल्ड ओपियो को पगबाधा किया। युगांडा के कप्तान मुरुंगी (45 गेंद में 34 रन, सात चौके) ने हार के अंतर को कम किया लेकिन भारत को एकतरफा जीत दर्ज करने से नहीं रोक पाए।

रिपोर्ट- आरती राय

Comments