बी.एच.यू के विद्यार्थियों को भारतीय राजदूत संजय राणा ने विदेश में राजदूत बनने के दिए मंत्र

वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित डॉ.अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान (सिविल सेवा) में बुल्गारिया व उत्तर मेसिडोनिया के भारतीय राजदूत संजय राणा का दौरा.
काशी हिंदू विश्वविद्यालय U.G.C.-(H.R.D.C. ) स्थित बिल्डिंग में डॉ अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान भारत सरकार द्वारा संचालित सिविल सेवा कोचिंग.
 जिसमें बुल्गारिया व उत्तर मेसिडोनिया के भारतीय राजदूत संजय राणा का आगमन हुआ                        file photo dace
जहां उनका स्वागत यू.जी.सी (एच.आर.डी.सी.) के 
डायरेक्टर प्रो.ए.वी. शर्मा ने बीएचयू संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा देकर किया.
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए DACE के रजिस्ट्रार आर.केनिगम ने बताया एक राजदूत का क्या कर्तव्य होता है, अंतरराष्ट्रीय संबंधों को कैसे मजबूत बनाता है
 निगम ने बताया कि श्री राणा (राजदूत) ने अलग-अलग देशों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है ,वही सजय राणा (राजदूत) ने अपने अनुभव को UPSC सिविल सेवा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों से साझा करते हुए ,
उन्होंने बताया कि एक राजदूत को 2 मिशन पर काम करता करना पड़ता है .
                indian embassy bulgaria
पहला दूतावास जहां देश के संबंधों की गतिविधियों पर ध्यान दिया जाता है 
दूसरा काउंसलर जिसमें वीजा संबंधित गतिविधियां होती हैं.
 और भारत के परिपेक्ष में निर्यात व इन्वेस्टमेंट को कैसे बढ़ाया जाए ,विद्यार्थियों को UPSC सिविल सेवा के लिए दृढ़ निश्चय और स्ट्रैटेजिक तरीके से तैयारी करने का सलाह व तैयारी के दौरान आ रही समस्याओं से न घबराने की बात कही उन्होंने अपने अनुभव को बताते हुए.
विद्यार्थियों को राजदूत और अच्छे सिविल सेवक बनने के लिए प्रेरित किया,
इसके बाद विद्यार्थियों ने राणा से सवाल किए
यूक्रेन रूस युद्ध के मध्य बुल्गारिया का महत्व से लेकर अनेकों प्रश्न पूछे जिसका बहुत साफ शब्दों में उन्होंने यूक्रेन रूस समेत अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बतलाते हुए भारत के संबंध पर भी प्रकाश डालें.
वही पी दलई Sub co-ordinator (DACE) ने भारत- बुल्गारिया के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाने व अन्य विशेषताओं के बारे में बताया.
बता दें कि संजय राणा देश की राजधानी दिल्ली के निवासी है. उन्होंने इंजीनियरिंग में स्नातक व प्रबंध में डिग्री व फॉरेन सर्विस में डिप्लोमा किया है राणा ने इंजीनियर के पद पर काम किया और बैंक में नौकरी की इसके बाद 1996 में सिविल सेवा के IFS ब्रांच को ज्वाइन किया
यह वर्तमान में बुल्गारिया तथा उत्तरी मेसिडोनिया के राजदूत होने के साथ-साथ इन्होंने मालदीव ,अजरबैजान समेत अन्य जगहों पर सेवाएं दी है
DACE कोऑर्डिनेटर आर.एन. खरवार ने संजय राणा के भारत के प्रति दिए गए योगदान को बताते हुए विद्यार्थियों को लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्प रहने को कहा
इसके दौरान संजय राणा की बैठक विश्वविद्यालय के कुलपति सुधीर जैन के साथ हुई जहां बुल्गारिया के विश्वविद्यालय व बी.एच.यू. के बीच एजुकेशनल कोलैबोरेशन व अन्य संबंधों पर बात हुई
इस कार्यक्रम में DACE के फैकल्टी मेंबर एवं कर्मचारी समेत सभी विद्यार्थी मौजूद रहे.


Report- विद्याभूषण गौतम






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