बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मतदाता सूची में बड़ा बदलाव, घर-घर दस्तक देगी ECI टीम

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मतदाता सूची में बड़ा बदलाव, घर-घर दस्तक देगी ECI टीम

Special Intensive Revision शुरु, विपक्ष बोला— ‘इच्छित बहिष्कार’ का खतरा
1,200 वोटर–एक बूथ का नया मानक, बूथों का पुनर्गठन होगा। 

हर घर जाकर BLO दस्तावेज़ जाँचेंगे; 1 जुलाई 1987 से पहले जन्मे‍-‍बाहर के वोटरों को जन्म-स्थल का प्रमाण देना अनिवार्य। 

कांग्रेस और CPI-ML ने इसे “चयनित विलोपन” की कवायद बताया, पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराया। 

ECI का दावा— ECINET-App से दो-दो घंटे पर टर्न-आउट अपडेशन, पारदर्शिता बढ़ेगी। 

तारीख़ों का ऐलान अक्टूबर के पहले हफ्ते तक संभव, चुनाव कई चरणों में होंगे। 

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग (ECI) ने मतदाता सूची का Special Intensive Revision (SIR) शुरू कर दिया है। नौ-सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम ने गुरुवार देर रात पटना में सभी मंडल आयुक्तों और ज़िला कलेक्टरों के साथ मैराथन बैठक कर दिशानिर्देश जारी किए। 

क्या बदलेगा?

घर-घर सत्यापन: बूथ-लेवल ऑफिसर (BLO) हर मतदाता का फ़ॉर्म भरवाएँगे। पुराने वोटर कार्ड के साथ आधार या समकक्ष पहचान पत्र दिखाना होगा। 

जन्म-स्थल का प्रमाण: जिन मतदाताओं का नाम 2003 की सूची में नहीं था और जिनका जन्म 1 जुलाई 1987 से पहले हुआ है, उन्हें जन्म-स्थान/तारीख़ का दस्तावेज़ जमा करना होगा। 

बूथ पुनर्गठन: किसी भी मतदान केन्द्र पर अधिकतम 1,200 वोटर होंगे; उसी परिवार के नाम एक ही बूथ में रखना अनिवार्य किया जाएगा ताकि 2 किमी से अधिक पैदल न चलना पड़े। 

विपक्ष क्यों नाराज़?

1. कांग्रेस – “लाखों ग़रीब मतदाता काग़ज़ी कमी से बाहर हो सकते हैं, यह ‘मर्ज़ का इलाज़ नहीं, नया संकट’ है।” 


2. CPI-ML – “एक महीने में 7.8 करोड़ मतदाताओं का सत्यापन अव्यावहारिक, असम NRC जैसा हश्र होगा।” 

आयोग की दलील

मुख्य चुनाव आयुक्त जिनेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा, “हम हर साल पार्टियों को पूरी वोटर-लिस्ट देते हैं; SIR पारदर्शिता बढ़ाने की कड़ी है, न कि बहिष्कार की।” 
साथ ही, ECINET-App के ज़रिये 2-2 घंटे के अंतराल पर मतदान प्रतिशत अपलोड होगा, जिससे फर्जी अफ़वाहें रोकी जा सकेंगी।

वोटरों के लिए क्या मतलब?

दस्तावेज़ तैयार रखें: आधार, जन्म प्रमाणपत्र/स्कूल-छुट्टी पुस्तिका या पंचायत प्रमाण‐पत्र।

घर पर न मिलने की स्थिति में 15 दिन के अंदर BLO कार्यालय में फ़ॉर्म जमा कर सकते हैं।

किसी त्रुटि पर Form 6 (नाम जोड़ें) या Form 7 (नाम हटाएं) ऑनलाइन भी भरे जा सकते हैं।

चुनाव की घड़ी

सूत्रों के मुताबिक अंतिम मतदाता सूची सितंबर के आख़िर तक प्रकाशित होगी। आयोग ने संकेत दिया है कि परम्परानुसार सूची प्रकाशित होने के भीतर एक हफ्ते में चुनाव कार्यक्रम घोषित कर दिया जाएगा। संभावना है कि मतदान अक्टूबर-नवंबर में दो से तीन चरणों में हो और परिणाम छठ पूजा के बाद आएँ। 

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